विनय पिटक खंड 16: वेरञ्जा का अकाल, पत्थपुलक और भिक्षुओं का धैर्य – कठिन समय में धम्म की ज्योति

वेरञ्जा नगरी में अकाल के बीच भिक्षु कठोर अनाज (पत्थपुलक) कूटते हुए; आनंद उसी से बुद्ध के लिए भोजन तैयार करता है – संतोष, सरलता और धम्म-पालन की जीवंत झलक।

VINAY-PITAKATRIPITAKA

Niranj Polara

12/1/2025