Vinay Pitak Khand 9: बुद्ध का तपस्वी दर्शन - दुष्कर्मों का उन्मूलन

विनय पिटक खंड 9 में बुद्ध का तपस्वी दर्शन: शरीर, वाणी और मन के दुष्कर्मों का उन्मूलन। पालि ग्रंथ का हिंदी अनुवाद और नैतिक शुद्धता का अर्थ जानें।

TRIPITAKAVINAY-PITAKA

Niranj Polara

7/20/20251 मिनट पढ़ें